भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को यूं ही क्रिकेट का सबसे अमीर बोर्ड नहीं कहा जाता। इसकी वजह है उसकी हर साल की चौंकाने वाली कमाई। साल 2023-24 की रिपोर्ट सामने आने के बाद यह बात फिर से सिद्ध हो गई है कि BCCI के सामने दुनिया का कोई भी क्रिकेट बोर्ड टिक नहीं पाता। चाहे इंग्लैंड हो, ऑस्ट्रेलिया या पाकिस्तान—कोई भी बोर्ड BCCI के राजस्व के करीब नहीं पहुंचता।
आईपीएल बना कमाई का सबसे बड़ा जरिया
BCCI की कुल कमाई 9741 करोड़ रुपये रही, जिसमें से अकेले आईपीएल से 5761 करोड़ रुपये की कमाई हुई। यानी कुल आय का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ इंडियन प्रीमियर लीग से आया। यही कारण है कि आईपीएल को दुनिया की सबसे महंगी लीग कहा जाता है और कई लोग इसे मजाक में ‘इंडियन पैसा लीग’ भी कहते हैं। हर साल दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ी इस लीग का हिस्सा बनने को उत्साहित रहते हैं।
कहां-कहां से हुई है BCCI को कमाई?
इस रिपोर्ट के अनुसार, BCCI ने आईपीएल से 5761 करोड़ रुपये, ICC डिस्ट्रीब्यूशन से 142 करोड़ रुपये, ब्याज के जरिए 987 करोड़ रुपये, नॉन-IPL मीडिया राइट्स से 361 करोड़ रुपये, महिला प्रीमियर लीग (WPL) से 378 करोड़ रुपये, भारतीय पुरुष टीम के अंतरराष्ट्रीय दौरों से 361 करोड़ रुपये और अन्य स्रोतों से 400 करोड़ रुपये की आय प्राप्त की।
वैश्विक क्रिकेट में BCCI की ताकत
इतनी बड़ी कमाई के कारण BCCI का दबदबा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) पर भी साफ दिखाई देता है। ICC को भी सबसे ज्यादा राजस्व भारतीय बोर्ड की वजह से मिलता है, यही वजह है कि कई बार ICC को भी BCCI के सामने झुकना पड़ता है। चाहे ग्लोबल टूर्नामेंट हो या मीडिया राइट्स की बात, BCCI का नाम सबसे ऊपर होता है।
आने वाले साल की उम्मीदें और भी ऊंची
2023-24 में हुई रिकॉर्ड कमाई के बाद अब सभी की नजरें अगले वित्तीय वर्ष की रिपोर्ट पर टिकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले सालों में BCCI की कमाई और बढ़ेगी, खासकर आईपीएल, WPL और अंतरराष्ट्रीय सीरीज की संख्या को देखते हुए।
निष्कर्षतः, BCCI ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह सिर्फ भारतीय क्रिकेट का ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड है।

मैं सोनू बिसेन अपने लेखन कला के जरिए पिछले 4 सालों से लोगों को लिखित जानकारी के रूप में मदद करती आ रहा हूँ. मुझे लिखित रूप में जानकारी साझा करने में अच्छा लगता है.