कैसे हो क्रिकेट के चाहने वालों, क्रिकेट के मैदान से एक शानदार खबर आई है जो हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के चेहरे पर मुस्कान ले आएगी। भारत की युवा बाएं हाथ की स्पिनर वैष्णवी शर्मा ने अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप में हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया है। कुआलालंपुर के बायुइमास ओवल में खेले गए ग्रुप ए के मैच में मलेशिया के खिलाफ उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 5 रन देकर 5 विकेट झटके। इतना ही नहीं, इस दौरान उन्होंने एक ओवर मेडन भी फेंका, जिससे भारतीय टीम ने मलेशिया को मात्र 31 रनों पर ऑलआउट कर दिया और 2.5 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर 10 विकेट से जीत दर्ज की।
वैष्णवी शर्मा ने रचा इतिहास
जब भी भारतीय क्रिकेट में कोई खिलाड़ी नया कीर्तिमान स्थापित करता है, तो दिल को खास खुशी होती है। वैष्णवी ने 14वें ओवर में लगातार तीन गेंदों पर नूर ऐन बिंती रोसलान, नूर इस्मा दानिया और सिती नाज़वाह को आउट कर अपनी हैट्रिक पूरी की। इसके साथ ही वह अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बन गईं।
अगर हम पूरे टूर्नामेंट की बात करें, तो इससे पहले यह कारनामा दक्षिण अफ्रीका की मैडिसन लैंड्समैन ने 2023 में स्कॉटलैंड के खिलाफ किया था, लेकिन अब भारतीय क्रिकेट की किताब में भी वैष्णवी शर्मा का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है।
वैष्णवी शर्मा – अंडर-19 महिला क्रिकेटर जीवनी (Vaishnavi Sharma biography in hindi )
विवरण | जानकारी |
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पूरा नाम | वैष्णवी शर्मा |
जन्म स्थान | ग्वालियर, मध्यप्रदेश, भारत |
जन्म तिथि | जानकारी उपलब्ध नहीं |
उम्र | जानकारी उपलब्ध नहीं |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
बल्लेबाजी शैली | बाएं हाथ की बल्लेबाज |
गेंदबाजी शैली | बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाज |
भूमिका | गेंदबाज (स्पिनर) |
टीम | भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम |
घरेलू टीम | मध्यप्रदेश महिला क्रिकेट टीम |
प्रमुख उपलब्धियां | अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप 2025 में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज |
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू | अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप 2025 |
सबसे अच्छी गेंदबाजी प्रदर्शन | 4 ओवर, 5 रन देकर 5 विकेट (मलेशिया के खिलाफ) |
अवार्ड्स | 2022-23 बीसीसीआई डालमिया अवार्ड |
कोच/ट्रेनिंग अकादमी | तानसेन क्रिकेट अकादमी, ग्वालियर |
प्रेरणा स्रोत | राधा यादव और रविंद्र जडेजा |
परिवार | पिता – नरेंद्र शर्मा (ज्योतिषी) |
ग्वालियर की इस बेटी ने रच दिया कमाल
क्रिकेट प्रेमियों, क्या आप जानते हैं कि वैष्णवी शर्मा कहां से आती हैं? मध्यप्रदेश के ग्वालियर से ताल्लुक रखने वाली यह होनहार खिलाड़ी भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं। यह पहला मौका है जब ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की कोई महिला क्रिकेटर वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा बनी है।
वैष्णवी के इस मुकाम तक पहुंचने के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और उनके माता-पिता का बड़ा योगदान है। उनके पिता नरेंद्र शर्मा पेशे से एक ज्योतिषी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
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बचपन से क्रिकेट की दीवानी थीं वैष्णवी
वैष्णवी का क्रिकेट से लगाव बचपन से ही था। मात्र 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू करने वाली वैष्णवी ने 13 साल की उम्र में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। उन्होंने ग्वालियर की तानसेन क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग लेकर अपनी स्किल्स को निखारा।
2017 में उन्होंने मध्यप्रदेश की अंडर-16 टीम में जगह बनाई और वहां से उनकी क्रिकेट यात्रा ने एक नई उड़ान भरी। धीरे-धीरे उन्होंने सीनियर टीम में भी अपनी जगह बनाई और 2022 में देश में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं। उनके इस प्रदर्शन के चलते उन्हें बीसीसीआई द्वारा 2022-23 का डालमिया अवॉर्ड भी दिया गया था।
भारत ने दर्ज की धमाकेदार जीत
वैष्णवी शर्मा और आयुषी शुक्ला (4 ओवर में 8 रन देकर 3 विकेट) की शानदार गेंदबाजी के कारण मलेशिया की टीम 14.3 ओवर में मात्र 31 रन पर सिमट गई। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाजों ने इस आसान लक्ष्य को केवल 2.5 ओवरों में हासिल कर लिया।
जी तृषा ने 12 गेंदों में 5 चौकों की मदद से 27 रन बनाए और भारत को 10 विकेट से शानदार जीत दिलाई। अब भारत ग्रुप में 4 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर है। श्रीलंका के भी 4 अंक हैं, लेकिन भारत का नेट रन रेट (प्लस 9.1) श्रीलंका (प्लस 5.5) से बेहतर है।
यह मेरे लिए सपने जैसा डेब्यू” – वैष्णवी शर्मा
मैच के बाद अपनी ऐतिहासिक उपलब्धि पर बात करते हुए वैष्णवी ने कहा,
“यह मेरे लिए सपने जैसा डेब्यू रहा है जिसमें हैट्रिक और पांच विकेट मिले। मैं भारत की सीनियर स्पिनरों राधा यादव और रविंद्र जडेजा को आदर्श मानती हूं और उन्हीं की तरह प्रदर्शन करना चाहती हूं।”
भविष्य की संभावनाएं
वैष्णवी शर्मा ने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि वह भविष्य में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक मजबूत कड़ी बन सकती हैं। उनकी गेंदबाजी में सटीकता, आक्रामकता और आत्मविश्वास साफ झलकता है। अगर वह इसी तरह मेहनत करती रहीं, तो वह जल्द ही भारतीय सीनियर टीम में जगह बना सकती हैं।
क्रिकेट प्रेमियों, क्या वैष्णवी बनेंगी भारत की अगली स्पिन क्वीन?
क्रिकेट फैंस, अब सवाल यह उठता है कि क्या वैष्णवी शर्मा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अगली स्पिन क्वीन बन सकती हैं? क्या वह राधा यादव और एकता बिष्ट की तरह भारतीय टीम में अपनी जगह बना पाएंगी? अगर वह इसी लय में खेलती रहीं, तो वह भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारों में शामिल हो सकती हैं।
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मैं सोनू बिसेन अपने लेखन कला के जरिए पिछले 4 सालों से लोगों को लिखित जानकारी के रूप में मदद करती आ रहा हूँ. मुझे लिखित रूप में जानकारी साझा करने में अच्छा लगता है.