कैसे हो क्रिकेट के चाहने वालों, दोस्तों, भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक सुनहरा मौका आ चुका है! 18 जनवरी से मलेशिया में अंडर-19 महिला टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हो रही है और भारत की कमान संभाल रही हैं 19 साल की निक्की प्रसाद। उनकी कप्तानी में भारत को चैंपियन बनाने की उम्मीदें देशभर के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की जुड़ी हुई हैं। चलिए, जानते हैं इस युवा क्रिकेटर की संघर्ष और सफलता की कहानी, जिसने हार नहीं मानी और भारतीय टीम की कप्तानी तक का सफर तय किया।
एक फोन कॉल ने बदल दी जिंदगी
दोस्तों, ज़रा सोचिए, जब आपको बताया जाए कि आपका सपना टूट गया है, तब आप क्या करेंगे? यही हुआ था निक्की प्रसाद के साथ। दो साल पहले उन्हें एक फोन कॉल आया, जिसमें कहा गया कि वे अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाईं। यह उनके लिए बहुत बड़ा झटका था। लेकिन दोस्तों, हार मानना उनके खून में नहीं था। उन्होंने खुद से वादा किया कि अगली बार टीम में जगह ही नहीं बनाएंगी, बल्कि टीम की कप्तानी भी करेंगी। और देखिए, दो साल बाद वही निक्की आज भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तान हैं!
इसे भी पड़े : Shree Charani biography in hindi
निकी प्रसाद – अंडर-19 महिला क्रिकेट खिलाड़ी जीवनी (Niki Prasad biography in hindi)
श्रेणी | जानकारी |
---|---|
पूरा नाम | निकी प्रसाद |
उम्र | 19 साल |
जन्म तिथि | ज्ञात नहीं (अपडेट की आवश्यकता) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
खेल | क्रिकेट (महिला अंडर-19) |
भूमिका | कप्तान, ऑलराउंडर |
बल्लेबाजी शैली | दाएं हाथ की बल्लेबाज |
गेंदबाजी शैली | मध्यम गति / स्पिन गेंदबाज (अपडेट आवश्यक) |
कप्तानी | भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम (2024) |
प्रमुख टूर्नामेंट | अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप 2024, अंडर-19 एशिया कप 2024 |
महत्वपूर्ण उपलब्धि | 2024 में अंडर-19 एशिया कप विजेता कप्तान |
करियर टर्निंग पॉइंट | 2022 में टीम में चयन न होने के बाद मेहनत कर 2024 में कप्तान बनीं |
परिवार | माता का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण |
प्रारंभिक ट्रेनिंग | बेंगलुरु की विभिन्न क्रिकेट अकादमियों में |
प्रेरणा स्रोत | भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी |
डाइट बदली, ट्रेनिंग बदली, मेहनत रंग लाई
निक्की ने बताया कि उन्हें टीम में नहीं चुने जाने की सबसे बड़ी वजह उनकी पावर-हिटिंग की कमी थी। इस कमी को दूर करने के लिए उन्होंने अपनी डाइट बदली, ट्रेनिंग बदली और जिम में घंटों पसीना बहाया। दोस्तों, वे कहती हैं कि उन्होंने क्रिकेट ही नहीं, बल्कि अपनी पूरी लाइफस्टाइल को बदल दिया। निक्की ने अपने बल्ले की स्पीड और स्ट्रेंथ पर काम किया, जिससे वे लंबी हिट लगा सकें। उन्होंने कहा, आपको सिर्फ स्किल नहीं, बल्कि ताकत भी चाहिए होती है, इसलिए मैंने अपनी फिटनेस ट्रेनिंग को पूरी तरह बदल दिया और ताकत पर ज्यादा ध्यान दिया
इसे भी पड़े : Sanskriti Gupta biography in hindi

2024 में अंडर-19 एशिया कप जिताया
दोस्तों, निक्की प्रसाद की कप्तानी में भारतीय अंडर-19 महिला टीम ने दिसंबर 2024 में अंडर-19 एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था। यह पहला मौका था जब भारतीय महिला टीम ने इस टूर्नामेंट में जीत दर्ज की थी। अब उनके कंधों पर वर्ल्ड कप जीतने की बड़ी जिम्मेदारी है।
मां के सपोर्ट ने बनाया क्रिकेटर
निक्की की सफलता के पीछे उनकी मां का बहुत बड़ा योगदान है। जब वे सिर्फ 6 साल की थीं, तब उन्होंने अपनी मां से कहा कि वे क्रिकेट खेलना चाहती हैं। उनकी मां ने भी इस सपने को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। वे निक्की के साथ घंटों सफर करतीं, हर ट्रेनिंग सेशन में मौजूद रहतीं और उन्हें बेंगलुरु की हर क्रिकेट एकेडमी में लेकर गईं ताकि वे अपनी बल्लेबाजी सुधार सकें। निक्की कहती हैं,
“मेरी मां ने मेरे साथ कई सालों तक सफर किया, हर सुबह ट्रेनिंग सेशन में आतीं और मेरी बैटिंग को बेहतर बनाने में मदद करतीं। अगर आज मैं यहां तक पहुंची हूं, तो इसमें मेरी मां का सबसे बड़ा हाथ है।”
क्या निक्की भारत को वर्ल्ड कप जिता पाएंगी?
दोस्तों, निक्की प्रसाद की कहानी संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास से भरी हुई है। अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या वे अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 महिला टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब दिला पाएंगी? पूरे देश को इस युवा कप्तान से बड़ी उम्मीदें हैं। आप क्या सोचते हैं, क्या निक्की भारत को चैंपियन बना पाएंगी? हमें कमेंट में जरूर बताएं!
इसे भी पड़े : Raghvi Bisht biography in hindi

मैं सोनू बिसेन अपने लेखन कला के जरिए पिछले 4 सालों से लोगों को लिखित जानकारी के रूप में मदद करती आ रहा हूँ. मुझे लिखित रूप में जानकारी साझा करने में अच्छा लगता है.