Nitin Menon biography in hindi, भारत में क्रिकेट को एक धर्म की तरह माना जाता है, और हमारे देश ने कई महान खिलाड़ी दुनिया को दिए हैं। लेकिन जब बात अंपायरिंग की आती है, तो भारत को उतनी सफलता नहीं मिली है। वेंकट राघवन के बाद किसी भारतीय अंपायर ने विश्व स्तर पर उतना नाम नहीं कमाया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में नितिन मेनन ने इस छवि को बदलने की कोशिश की है।
आईपीएल में शानदार अंपायरिंग करने के बाद, अब नितिन मेनन धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना रहे हैं। कोरोना काल के दौरान उन्होंने भारत में ही ज्यादातर घरेलू मैचों में अंपायरिंग की, लेकिन अब वे इंटरनेशनल लेवल पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं।
नितिन मेनन का जीवन परिचय (Nitin Menon Biography in Hindi)
नाम | नितिन मेनन (Nitin Menon) |
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जन्मतिथि | 2 नवंबर 1983 |
जन्मस्थान | इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत |
उम्र | 40 साल (2024 तक) |
पिता | नरेंद्र मेनन |
माता | जानकारी नहीं |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | इंदौर, मध्य प्रदेश |
खेल | क्रिकेट (अंपायर) |
आईसीसी एलीट पैनल में शामिल | 2020 |
अंपायरिंग डेब्यू (वनडे) | 2017 |
अंपायरिंग डेब्यू (टेस्ट) | 2019 |
अंपायरिंग डेब्यू (टी20) | 2016 |
नेट वर्थ | ₹3.27 करोड़ (2023) |
नितिन मेनन का परिवार (Nitin Menon Family)
नितिन मेनन का जन्म एक क्रिकेट-प्रेमी परिवार में हुआ था। उनके पिता नरेंद्र मेनन भी एक क्रिकेटर थे, जिन्होंने मध्य प्रदेश की ओर से घरेलू क्रिकेट खेला था। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति उनका रुझान था, और वे खुद भी एक पेशेवर क्रिकेटर बनना चाहते थे।
हालांकि, बल्लेबाज के रूप में सफलता नहीं मिलने के कारण, उन्होंने अंपायरिंग को अपना करियर बना लिया। अपने मेहनत और लगन से, वे आज दुनिया के टॉप अंपायर्स में गिने जाते हैं।
नितिन मेनन का करियर (Nitin Menon Career)
नितिन मेनन ने अपने करियर की शुरुआत एक क्रिकेटर के रूप में की थी। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और लिस्ट ए क्रिकेट में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके थे। लेकिन खिलाड़ी के रूप में सफलता नहीं मिलने के बाद, उन्होंने अंपायरिंग को करियर के रूप में चुना।
अंपायरिंग की दुनिया में उनका सफर 2016 में शुरू हुआ, जब उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टी20 मैच में पहली बार अंतरराष्ट्रीय अंपायरिंग की। इसके बाद, 2017 में अफगानिस्तान बनाम आयरलैंड वनडे मैच में उन्होंने वनडे अंपायरिंग की शुरुआत की। 2019 में, भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट मैच में अंपायरिंग करते हुए उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा।
उनकी शानदार अंपायरिंग को देखते हुए 2020 में उन्हें आईसीसी एलीट पैनल ऑफ अंपायर्स में शामिल किया गया। वह इस पैनल में शामिल होने वाले तीसरे भारतीय बने, इससे पहले वेंकट राघवन और सुंदरम रवि ही इस पैनल तक पहुंचे थे। यह उपलब्धि उनकी अंपायरिंग कौशल और बेहतरीन निर्णय क्षमता को दर्शाती है।
वे 2015 से लगातार आईपीएल में अंपायरिंग कर रहे हैं और इस दौरान कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। इसके अलावा, उन्होंने 2021 और 2022 के टी20 वर्ल्ड कप में भी अंपायरिंग की। 2023 में, उन्हें एशेज सीरीज में अंपायरिंग का मौका मिला, जो उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि थी। उसी साल, उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में भी अंपायरिंग करते हुए अपने अनुभव को और मजबूत किया।
अंपायरिंग करियर के प्रमुख आंकड़े (Nitin Menon Umpiring Stats)
प्रारूप | मैच |
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टेस्ट | 15 |
वनडे | 24 |
टी20 | 20 |
आईपीएल | 80+ |
नितिन मेनन की सैलरी और नेट वर्थ (Nitin Menon Salary & Net Worth)
नितिन मेनन को अंपायरिंग के लिए बेहतरीन सैलरी मिलती है। आईपीएल में एक मैच के लिए उन्हें ₹40,000 मिलते हैं, जबकि आईसीसी एलीट पैनल में शामिल होने के बाद उनकी सालाना सैलरी ₹3.27 करोड़ है। इसके अलावा, उन्हें बोनस और अन्य इनकम भी अलग से मिलती है।आईसीसी द्वारा हर साल उन्हें करोड़ों की सैलरी दी जाती है, जिससे उनकी कमाई काफी प्रभावशाली होती है। इसके अलावा, आईपीएल और अन्य घरेलू टूर्नामेंट में अंपायरिंग करने से भी उनकी आय में इजाफा होता है।
नितिन मेनन से जुड़े कुछ विवाद (Nitin Menon Controversies)
नितिन मेनन के बारे में पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. नितिन मेनन कौन हैं?
नितिन मेनन एक भारतीय अंपायर हैं, जो आईसीसी एलीट पैनल में शामिल हैं।
2. नितिन मेनन की उम्र कितनी है?
उनका जन्म 2 नवंबर 1983 को हुआ था, यानी 2024 में वे 40 साल के हैं।
3. क्या नितिन मेनन आईपीएल में अंपायरिंग करते हैं?
हाँ, वे 2015 से आईपीएल में अंपायरिंग कर रहे हैं।
4. नितिन मेनन की सैलरी कितनी है?
आईसीसी एलीट पैनल में होने के कारण उनकी सालाना सैलरी ₹3.27 करोड़ है।
5. क्या नितिन मेनन कभी क्रिकेटर थे?
हाँ, उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए लिस्ट ए क्रिकेट खेला था, लेकिन बाद में अंपायरिंग को अपना करियर बना लिया।
नितिन मेनन भारत के बेहतरीन अंपायर्स में से एक हैं, जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर अपनी अलग पहचान बनाई है। उनका सफर एक क्रिकेटर से अंपायर बनने तक काफी प्रेरणादायक रहा है। जब एक खिलाड़ी के रूप में उन्हें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने क्रिकेट के खेल को एक नए नजरिए से देखने का फैसला किया और अंपायरिंग को अपना करियर बना लिया।
उनकी अंपायरिंग की सबसे खास बात यह है कि वह दबाव में भी शांत रहते हैं और हर फैसले को पूरी निष्पक्षता और आत्मविश्वास के साथ लेते हैं। क्रिकेट के मैदान पर कई बार ऐसे मौके आते हैं जब खिलाड़ी, दर्शक और यहां तक कि कमेंटेटर्स भी किसी फैसले पर सवाल उठा सकते हैं, लेकिन नितिन मेनन हमेशा नियमों के मुताबिक सही निर्णय लेने में विश्वास रखते हैं। यही वजह है कि उन्होंने बहुत ही कम समय में क्रिकेट जगत में अपनी अलग पहचान बना ली है।

मैं सोनू बिसेन अपने लेखन कला के जरिए पिछले 4 सालों से लोगों को लिखित जानकारी के रूप में मदद करती आ रहा हूँ. मुझे लिखित रूप में जानकारी साझा करने में अच्छा लगता है.